नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लॉइज यूनियन का तीन दिवसीय 17वां अधिवेशन बुधवार से शुरू हुआ। यूनियन के महामंत्री मुकेश माथुर ने इस मौके पर कहा कि रेलवे में निजीकरण हो रहा है। केंद्र सरकार और रेल मंत्रालय न तो जनता के सामने स्वीकार कर रहा है और न रेलवे के संगठनों के सामने। सरकार पुरानी पेंशन योजना को लागू नहीं कर रही है। रेलवे कर्मचारी पुरानी पेंशन प्रणाली को बहाल करवाने के लिए बजट सत्र शुरू होने पर संसद के बाहर प्रदर्शन करेंगे।
माथुर ने कहा कि रेलवे के हालात विकट हैं। ऐसे समय में यह अधिवेशन हो रहा है, जिसमें कर्मचारी रेल और यात्रियों के हितों पर मंथन करेंगे। रेलवे ने जो 100 दिन की कार्य योजना बनाई उसमें भी निजीकरण की राह साफ दिखाई दे रही है। तेजस जैसी प्राइवेट ट्रेन चला यात्रियों से ज्यादा किराया वसूला जा रहा है। इसी रूट पर चलने वाली राजधानी और तेजस के पहुंचने के समय में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। रेलवे कर्मचारियों के संगठन लगातार सरकार से गुहार कर रहे हैं, लेकिन कर्मचारी हितों के मुद्दों पर फैसले नहीं लिए जा रहे। ऐसे में सभी संगठन मिलकर हड़ताल की रणनीति बनाने में जुट गए हैं। यूनियन के मंडल सचिव मनोज कुमार परिहार ने बताया कि शुक्रवार को अधिवेशन का मुख्य सत्र होगा। उद्घाटन एआईआरएफ के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा करेंगे तो प्रमुख वक्ता जेआर भौसले व मुकेश माथुर होंगे।
अधिवेशन में रेलवे कर्मचारी बोले- पुरानी पेंशन बहाली के लिए संघर्ष करेंगे, रेलवे का निजीकरण नहीं होने देंगे